एक फ्रांस के टीवी कैनाल प्लस द्वारा विशेष खुफिया जांच से सामने आया हैं की संरक्षण के नाम पर मध्य प्रदेश में कान्हा टाइगर रिजर्व से हजारो की संख्या में आदिवासी लोगों को वाहर निकाला जा रहा हैं। जबकि टाइगर रिज़र्व में एक लाख से भी अधिक पर्यटक हर साल आते हैं।

टीवी चैनल के एक रिपोर्टर ने 2014 में घर से बेदखल किये गए बैगा जनजाति के परिवारों का दौरा किया और वह ये देख कर हैरान रह गया था की उन आदिवासीयो का जीवन पूरी तरह से तबाह हो गया था। सर्वाइवल इंटरनेशनल नाम की संस्था जो की विश्व में जनजातियों के हितो के लिए काम करती हैं के अनुसार अपने घरो से बेदखल किये हुए आदिवासी आसपास के गांवों में बिखरे हुए हैं तथा जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे है।
प्रसासन आदिवासियों को अपने घरो से हटते समय विस्ताफिथ हुए जनजातियों के पुनर्निवास अवं आजीविका का पूरा खयाल रखने का वादा करती हैं लेकिन ये वादे सिर्फ कागजो पर ही सीमित होते हैं।
प्रसासन आदिवासियों को अपने घरो से हटते समय विस्ताफिथ हुए जनजातियों के पुनर्निवास अवं आजीविका का पूरा खयाल रखने का वादा करती हैं लेकिन ये वादे सिर्फ कागजो पर ही सीमित होते हैं।
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