दलित लड़की की छाया ऊपरी जाति के आदमी के ऊपर पड़ने से उसे बुरी तरह पीटा।
यह घटना मध्य प्रदेश के छतरपुर ज़िले की हैं। एक दलित नाबालिक लड़की की पिटाई सिर्फ इस लिए की गयी की उस की छाया ऊँची जाती क किसी आदमी पर पढ़ गयी।
यह घटना 13 जून ,2015 की हैं तथा पुलिस में शिकायत भी उसी दिन दर्ज करवाई गयी। दलित लड़की के पिताजी , जिन्होंने रिपोर्ट दर्ज़ करवाई हैं उनके अनुसार घटना इस तरह घटित हुई। पीड़ित लड़की हैंड पंप से पानी भर रही थी तभी एक ऊँची जाती का व्यक्ति , पूरन यादव वहाँ से गुजरा तो लड़की की छाया उस पर पद गयी।
इस बात से पूरन यादव के घर की महिलाएं नाराज़ हो गयी तथा दलित लड़की की बुरी तेरह पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उस लड़की को हैंड पंप पे पानी भरने आने से भी मन कर दिया। और ये चेताबनी भी दे डाली के उससे अगर दुबारा हैंड पंप क आस-पास देखा गया तो जान से मार दिया जायेगा।
यादव परिवार ने दलित लड़की के पिता को पुलिस क पास न जाने की भी धमकी दी। लेकिन लड़की क पिता ने किसी तेरह साहस दिखाते हुइए पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाई।
आज़ादी के 70 साल बाद भी देश में इस तेरह की घटनाएं होना भारतीय सभ्यता और संस्कृति क लिए यहाँ एक कलंक की बात हैं। अभी भी भारत क कई भागो में छुआ-छूट आम बात हैं। उच्च जाती के लोग दलितों के साथ उठना-बैठना तो दूर की बात उनके स्पर्श मात्र को भी प्रदूषित मानते हैं।
यह घटना 13 जून ,2015 की हैं तथा पुलिस में शिकायत भी उसी दिन दर्ज करवाई गयी। दलित लड़की के पिताजी , जिन्होंने रिपोर्ट दर्ज़ करवाई हैं उनके अनुसार घटना इस तरह घटित हुई। पीड़ित लड़की हैंड पंप से पानी भर रही थी तभी एक ऊँची जाती का व्यक्ति , पूरन यादव वहाँ से गुजरा तो लड़की की छाया उस पर पद गयी।
इस बात से पूरन यादव के घर की महिलाएं नाराज़ हो गयी तथा दलित लड़की की बुरी तेरह पिटाई कर दी। इतना ही नहीं उस लड़की को हैंड पंप पे पानी भरने आने से भी मन कर दिया। और ये चेताबनी भी दे डाली के उससे अगर दुबारा हैंड पंप क आस-पास देखा गया तो जान से मार दिया जायेगा।
यादव परिवार ने दलित लड़की के पिता को पुलिस क पास न जाने की भी धमकी दी। लेकिन लड़की क पिता ने किसी तेरह साहस दिखाते हुइए पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाई।
आज़ादी के 70 साल बाद भी देश में इस तेरह की घटनाएं होना भारतीय सभ्यता और संस्कृति क लिए यहाँ एक कलंक की बात हैं। अभी भी भारत क कई भागो में छुआ-छूट आम बात हैं। उच्च जाती के लोग दलितों के साथ उठना-बैठना तो दूर की बात उनके स्पर्श मात्र को भी प्रदूषित मानते हैं।
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